राणावत जी ने दिए 11,11,111 रूपए
10/01/2021
गुलाब जामुन का नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाता है | ये मिठाई लगभग हर इंसान को पसंद होती है क्योकि इसकी बात ही कुछ खास होती है, और अगर गुलाब जामुन ही खास हो तो फिर क्या कहना | तो आइये बात करते है कुछ खास गुलाब जामुन की जिसे बहुत ही कम लोगो ने खाया होगा | हम बात कर रहे हे चित्तौडगढ़ जिले के बिछोर के गुलाब जामुन की आपने ये नाम सायद ही पहले कभी सुना हो लेकिन बिछोर के गुलाब जामुन की बात ही अलग हे एक बार खाओगे तो याद ही रहेंगे | हा तो अगर आपको भी ये गुलाब जामुन खाने हे तो आपको चित्तौड़गढ़ से कोटा की तरफ लगभग ४०-५० किलोमीटर जाना पड़ेगा, बिछोर एक गांव हे जिसके मुख्य मार्ग के चोराये पर आपको ये लोकप्रिय गुलाब जामुन खाने को मिल जायेंगे, जिसे लोग बिछोर चोराया के नाम से भी जानते है, यहां के गुलाब जामुन की सबसे खास बात ये हे की ये शुद्ध देशी घी से निर्मित किये जाते हे जिससे इनका स्वाद बहुत ही अच्छा हो जाता हे | इन गुलाब जामुन को नाम दिलाने में मेहता जी का बहुत बड़ा योगदान था जिसे पहले मेहता जी के गुलाब जामुन कहते थे बाद में बिछोर के गुलाब जामुन कहने लगे | अगर आपको ये गुलाब जामुन खाने हे तो आपको यहां जाना चाहिए और सावन के मौसम में जाये तो गुलाब जामुन खाने का मजा भी दोगुना हो जायेगा, क्योकि सावन के मौसम में इसके आसपास के बहुत ही मनमोहक नज़ारे होते हे
और हा अगर जिस जिस ने यहां के गुलाब जामुन खाये हो वो हमें कमेंट में जरूर बताये